अद्यतनीयं क्रियापदम् – Verb of the day
अद्यतनीयं क्रियापदम् – Verb of the day
आज का क्रियापद प्र उपसर्ग पूर्वक उक्ष् (सेचने) धातु लट् लकार प्र.पु.एकवचन का रूप है । जिसके रूप इस प्रकार चलते हैं
उक्ष् (सेचने) धातु लट्लकार (परस्मैपदम्)
उक्ष् (सेचने) धातु लट्लकार (परस्मैपदम्)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
प्रथम पुरुष | प्रोक्षति | प्रोक्षतः | प्रोक्षन्ति |
मध्यम पुरुष | प्रोक्षसि | प्रोक्षथः | प्रोक्षथ |
उत्तम पुरुष | प्रोक्षामि | प्रोक्षावः | प्रोक्षामः |
आज का क्रिया पद उपर्युक्त उक्ष् सेचने धातु के प्रथम पुरुष एक वचन का रूप है
क्रियापदम्
क्रियापदम्
प्रोक्षति (प्र+उक्ष् (सेचने) धातु लट् लकार प्र.पु.एकवचन )
अर्थः – पोंछता/पोंछती है। (wipe)
प्रयोगवाक्यानि –
- राधिका हस्तौ प्रोक्षति। (राधिका हाथ पोंछती है )
- सन्तोषः मुखं प्रोक्षति। (सन्तोष मुख पोंछता है )
- दामिनी पात्राणि प्रोक्षति। ( दामिनी बर्तन पोंछती है )
- शिवांशः दर्पणं प्रोक्षति। (शिवांश शीशा पोंछता है )